मंजिले उन्हें नहीं मिलते हैं जिनके ख्वाब बड़े होते हैं मंजिलें बल्कि उन्हें मिलती हैं जो जिद में आ जाते हैं परंतु असल में हमारी शादी श्रद्धा संवेदना भाव उसी पत्थर से निर्मित मूर्ति से जुड़ी है

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